Shayari in Hindi अब तेरी बहकावे में ना आएंगे सोच समझ कर कदम बढ़ाएंगे ए जो फुसलाने की अदा है नाकाम जाएगी अब तेरी बेवफाई का जोखिम नहीं उठाएंगे
आंखों से अपनी मोहब्बत बयां करने लगी हो आजकल बिन बोले बहुत कुछ कहने लगी हो खुशनसीब हूं तुम जो इतना प्यार करने लगी हो
उनके बहाने बदलने लगे हैं वादों के ठिकाने बदलने लगे हैं आजकल बहकी बहकी सी हर बात है उनकी गलियों में अपना गुजारा नहीं है उनके अंदाज ऐसे बदलने लगे हैं
मुझे अपनी ख्वाहिशों का इजहार करना है नजर से नजर बात हो रही है मगर खुलकर अपने प्यार का इजहार करना है हमसफ़र बनाने का इरादा है उनको इसके लिए तैयार करना है