हिंदी शायरी यह मत पूछो कि कितना प्यार करते हैं तुझपर खुद से भी ज्यादा ऐतबार करते है ए मेरी जाने वफा तुम जिंदगी हो यूं ही नहीं अपना सब कुछ कुर्बान करते हैं
उसकी मोहब्बत को भूल पाना आसान नहीं है उसको पाने में बहुत कुछ खाया है वह धीरे-धीरे जिंदगी बन गई है आजकल मैंने हर लम्हा उसकी ख्वाबों खयालों में खुशियों का मोती पिरोया है