इश्क करने के तरीके बदलने लगे हैं जिसे दिल से चाहे वो छल कपट करने लगे हैं मासूम दिलवाले चोट खा रहे हैं दिमाग वाले अपना स्वार्थ सिद्ध किये जा रहे हैं
जब से मोहब्बत का इशारा मिला है मेरे जिंदगी की कश्ती को किनारा मिला है मैं मुश्किलों में टूटने लगा था मगर जीने का अच्छा बहाना मिला है
यह जो तुम्हारी शक करने की आदत है इसे छोड़ना पड़ेगा मुझ पर एतबार का तार जोड़ना पड़ेगा रिश्ता विश्वास पर चलता है भ्रम का पर्दा खोलना पड़ेगा





